Monologue-1 – देखो लाइफ में प्यार कभी भी किसी से भी हो सकता है, जरुरी नहीं कि दोनों पार्टियों को हो, एक तरफ़ा भी हो सकता, लेकिन उसके प्यार को ठुकराने की भी कोई ठोस वजह होनी चाहिए| ये भी सोचो कि उसके दिल पर क्या गुजरेगी|
Monologue-2 – ये प्यार जो है ना वो लड़कों से बहुत पैसे खर्च करवाता है, उसके बाद एक टाइम ऐसा आ जाता है कि वो लड़के पूरी तरह कंगाल हो जाते हैं| अब अगर प्यार सफल हुआ तो प्रॉब्लम और फेल हो गया तो भी प्रॉब्लम| अगर सफल हुआ तो होटल, पिक्चर, डिनर, गिफ्ट, मोबाइल बिल, पेट्रोल ये सब करना पड़ता है और अगर फेल हुआ तो ब्रांडी, व्हिस्की, सिगरेट, गांझा इन सब की आदत लग जाती है| कुल मिलाकर प्यार सफल हो या फेल नुकसान तो लड़के का ही होता है|
Monologue-3 – ऐसा आपसे किसने बोला, जो मुझे
सहन नहीं कर पाते या मुझसे जलते हैं वो ऐसा रुमस फैलाते हैं, मुझे लड़कियों से प्रॉब्लम
है लेकिन प्यार से कोई तकलीफ नहीं है| कोई अच्छी लड़की मिल ही नहीं रही है आज कल तो
सभी लोग लव लव करके मर रहे हैं, कोनसी लड़की ठीक से प्यार करती है और प्यार कर भी लिया
तो वो इतनी पोसेसिव हो जाती है कि उस लड़के की जान खाए बगैर रहती नहीं| आपको एक बात
बताता हूँ ध्यान से सुनिए ये प्यार है ना ये कुल्फी या आइसक्रीम जैसा होता है, यहाँ
से यहाँ लाने में आधी कुल्फी गल जाती है और उसके बाद उस कुल्फी को फैकना है या रखना
है, बस इसी में वो लड़के जिंदगीभर सोच में रहते हैं|
Monologue-4– क्या है गलती शाहजहाँ की नहीं है, उसके आस-पास राज्य में कोई राजा उससे लड़ाई करने वाला होता न तो उसे ताजमहल बनवाने की तो क्या उसे नहाने तक की भी फुर्सत नहीं मिलती| आजकल सच्चे प्यार की कोई वैल्यू नहीं है, आजकल की लडकियां न पेपर फूल जैसी हैं, फकीर बाबा जहाँ तक धुँआ देता है बस वही तक खुसबू आती है, जिस दिन धुँआ आना बंद हो जायेगा उस दिन बेचारे लड़के की जिंदगी ख़राब हो जाती है|
4 Best Audition Monologues for Actors in Hindi |
Monologue-5 – छी छी बिलकुल सुन्दर नहीं है, अब हम कौन हैं दिल के सच्चे और अच्छे लोग हैं| हमारी संस्कृति के मुताबिक जब लडकियां साड़ी पहनती हैं, मैचिंग चूड़ियाँ पहनती हैं, बालों में गजरा लगाती हैं तो माहौल एकदम त्यौहार जैसा हो जाता है| भाई हमें दूसरों का ट्रेंड फॉलो नहीं करना चाहिए, ऐसा कुछ करना चाहिए कि लोग हमारा ट्रेंड फॉलो करें, और वैसे भी आप सबको एक महालक्ष्मी की तरह बहू चाहिए ना, महालक्ष्मी को कभी घाघरा चोली पहने हुए देखा है क्या?
Monologue-6 – (एक दोस्त दुसरे दोस्त से)- अरे यार हमारी दोस्ती सिर्फ ऑटोग्राफ बुक तक नहीं है, दोस्ती का मतलब सिर्फ मस्ती मजाक नहीं होता बल्कि बुरे वक्त में एक दुसरे का साथ देना भी होता है| अरे कॉलेज के बाद भी हम सब मिलते रहेंगे और ये मुंह से नहीं दिल से बोल रहा हूँ| हमें मिलने से कौन रोक सकता है, मंहगाई चाहे कितनी भी बढ़ जाये फिर भी हम मिलते रहेंगे|
Monologue-7 – (बहन भाई से)- बहन- मेरी जिन्दगी का सवाल है भईया और इसमें मेरी मदद आप ही कर सकते हैं और अगर नहीं करनी है तो मना कर दो,
भाई- क्या बात है,
बहन- मुझे एक लड़के से सच्चा प्यार है, कल रात को उसने मुझे फ़ोन किया, अमेरिका में उसे जॉब मिली है, एक लाख सैलरी 10 दिन में जोइनिंग, वो मुझसे शादी करके मुझे वहाँ ले जाना चाहता है,
भाई- बहुत अच्छे, किस्मत वाली है तू, तुझे बस पापा की रजामंदी चाहिए ना,
बहन- बात वो नहीं, उस लड़के के माँ बाप बहुत लालची हैं, उनका कहना है कि होने वाली बहू अगर 50 लाख का दहेज़ नहीं लाएगी तो उसे घर में घुसने नहीं देंगे इसलिए,
भाई- उसे तुझसे प्यार है या तेरे दहेज़ के पैसों से,
बहन- प्लीज भईया सच्चाई से मुंह मत फेरिये, अगर में उनके घर दहेज़ लेकर गई तो हमारी शादी हो जाएगी और हम दोनों सुखी रहेंगे,
भाई- तुम प्यार में इतनी अंधी कैसे हो सकती हो, तुम्हें पढ़ाने के लिए पापा ने कितनी तकलीफें उठाईं, अब वो अचानक इतने पैसों का इंतजाम कहाँ से करेंगे,
बहन- इसी बात की तो मुझे फ़िक्र है, घर में बैठी अपनी जवान बेटी की तो उन्हें कोई फ़िक्र ही नहीं है, सारी जिंदगी अपने पैसे दोस्तों में बांटते रहे और हमारे पास इस घर के अलावा और कुछ नहीं है, पापा से कहो इस घर को बेचकर मेरी शादी करा दें,
भाई- तुम जानती हो तुम क्या कह रही हो, इस घर को बेचकर वो रहेंगे कहाँ और अगर तुम नहीं मान रही तो ठीक है में पापा से बात करता हूँ|
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Monologue-8 – (एक लड़का अपने मामा से कहते हुए) मेरी मम्मी ने मुझे जिंदगी में बस एक ही बात सिखाई, बड़ों का आदर करो और सबको खुश रखो| मम्मी ने ऐसा कौन सा गुनाह किया था प्यार ही तो किया था ना..... उसमें गलत क्या है| श्रीराम को भी सिर्फ 14 साल के लिए ही बनवास जाना पड़ा था, लेकिन आपने तो मेरी मम्मी को 22 साल का बनवास दे दिया| प्यार करने वालों को अगर ये दुनिया अलग करती रही तो दुनिया में सिर्फ नफरत बचेगी प्यार नहीं| मैंने मम्मी से उनकी ख्वाइश पूछी तो उन्होंने दोनों परिवारों को एक करने की बात कही, उनके बहते आंसुओ की वजह से ही मैंने ये किया| हमारे बीच ये जाती और धर्म का झगडा मिट जाये... तो पूरी दुनिया खुश रहेगी|
Monologue-9 – एक बार मैंने पापा से पूछा कि अमेरिका जाने के लिए क्या करना होगा, तो पापा ने बहुत सारी डिग्रीयों के नाम लिए, जब पापा ने बोलना शुरु किया तो पहले बहुत हिम्मत मिली फिर उसके बाद वो जैसे जैसे बोलते गए में समझ गया कि पढाई के रास्ते अमेरिका जाना बहुत मुस्किल है| 18 साल की उम्र में सिगरेट पीने की आदत पड गई, 20 साल की उम्र में झगडे बढ़ गए, 22 साल की उम्र में क्लियर करने वाले सब्जेक्ट बढ़ गए और 24 साल की उम्र में कोई काम न आने वाली डिग्री मिल गई|
Monologue-10 – यहाँ स्टेज पर आकर सभी लोगों ने आधा घंटा भाषण दिया, करोड़ों की इन्वेस्टमेंट करनी है, ऐसा बिज़नस करना है वैसा बिज़नस करना है सब लोग कह रहे थे, लेकिन करोड़ों रूपए आयेंगे कहाँ से ये तो किसी ने नहीं बताया| मैं ज्यादा समय तो नहीं लूँगा सिंपल बात बता देता हूँ, हमारे देश में इन्वेस्टमेंट लेना बहुत आसान है| हमारे देश की पौपुलेशन है 140 करोड़, कैसे भी करके एक एक से एक एक रूपया भी लिया जाये न तो 140 करोड़ रूपए हो जायेगे इससे बड़ी इन्वेस्टमेंट कहाँ से मिलेगी|
Monologue-11 – प्रॉब्लम वहां से शुरू होती है झूठ बोलने से, एक छोटा सा झूठ बड़ा कांटा बनकर हमारे दिल को चीर देता है| लड़कियों से झूठ बोलना ही बिलकुल गलत है, किसी वजह से अगर बोल भी दिया तो उसे मान लेना उससे भी बड़ी गलती है| कहते हैं ईमानदार बनकर रहो, हम ईमानदार बनकर रहने लगे तो लोफर कहलाते हैं, अच्छे लडकों की वैल्यू ही नहीं है|
Monologue-12 – कहते हैं हर एक दोस्त जरुरी होता है, कई दफा एक दोस्त 10 दोस्तों के बराबर होता है| कभी कभी इन्हीं दोस्तों में इतनी बुराइयां होती हैं कि उन्हें किसी और bad compay की जरुरत ही नहीं होती| जैसे लडकियां छेड़ना, दारू पीना, आवारा गर्दी करना, सरकार के बनाये हर एक रूल को तोडना और कभी कभी लोगों की हड्डियां भी तोडना| ये बहुत ऊंचे दर्जे के सौक हैं जो एक दुसरे को एक अटूट बंधन में बांधे रखते हैं| उनकी लाइफ का ambition है usel ess, hope less, and perpose less रहना|
Monologue-13 – जब ये माँ की कोख में था तो मैंने इसकी माँ को इलाइची और केसर वाला दूध पिलाया ताकि एक scientist पैदा हो न जाने ये निकम्मा कहा से पैदा हो गया , इसके साथ पढने वाले लड़के एक प्राइवेट या सरकारी नौकरी पाकर आराम से ए. सी. में सो रहे हैं और एक आराम की जिंदगी जी रहे हैं, और ये यहाँ धुप में मजे से सोया है| अरे निकम्मे उठ जा, बाप एक सब इंस्पेक्टर है और बेटा एक महान लोफर, अपने बाप की इज्जत का ख्याल कर कम से कम होम गार्ड ही बन जा| अब्दुल कलाम ने भविष्य के सपने देखने को कहा था ऐसे खर्राटे लेते हुए सपने देखने को नहीं कहा था| धीरू भाई का बेटा मुकेश अम्बानी, राकेश रौसन का बेटा ऋतिक रौसन, रमेश तेंदुलकर का बेटा सचिन तेंदुलकर और मुझ अभागे का बेटा सड़क छाप लोफर, बड़ी ना इंसाफी है|
Monologue-14 – देखो बेटी औरतें जो होती हैं न उनका दिल बहुत बड़ा होता है, उसमे ढेर सारा प्यार होता है, बहुत सारी ममता होती है, उसका खुद का अभिमान होता है, माँ-बाप के दिए संस्कार होते हैं, ढेर सारी भावनाए होती हैं| घर को स्वर्ग बनाने में औरत एक बहुत बड़ी भूमिका निभाती है, इसलिए औरत का दर्जा बहुत बड़ा होता है| हमारे समाज को औरत की भावनाओ को दबाना नहीं चाहिए|
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