Angry Monologues Script in Hindi for Auditions 2021-22

 

Monologue-63 (एक लड़का अपनी सास और पत्नी से कहते हुए) – क्या अनोखा माँ बेटी का रिश्ता है, मुझे नहीं लगता कि दुनिया में आप जैसे और नमूने होंगे| आप दोनों ही कहती हैं ना कि आप एक दुसरे से बहुत प्यार करती हैं, तो जब प्यार दिखाने की बारी आती है तो प्यार खिड़की से बाहर जाता है और घमंड टेकओवर कर लेता है| तुम अपनी माँ के लिये खाना बना सकती हो लेकिन उन्हें अपने हाथों से परोस नहीं सकती, और आप अपनी बेटी के लिए अलमारी में सोने का हार रख सकती हैं लेकिन खुद प्यार से इसे पहनाएंगी नहीं, प्यार तब तक नहीं दिखता जब तक उसे जताया नहीं जाता, अपनों को प्यार दिखाने में घमंड किस बात का| जब दो लोगों में प्यार होता है तो उनके बीच कोई नहीं आ सकता लेकिन उनमें दूरी आये तो उन्हीं का दोष होता है| आपने एक बार उसे प्यार से समझाया होता कि घमंड परिवार के सामने कोई मायने नहीं रखता, माँ से बढ़कर कोई टीचर होती है क्या|


Angry Monologues Script in Hindi for Auditions 2021-22 ,angry dialogue in hindi
Angry Monologues Script in Hindi for Auditions 2021-22

Monologue-64(एक लड़का और लड़की बात करते हुए)

लड़की – आज बहुत देर हो गई है और कल मुझे शूट पर भी जाना है,

लड़का – तुमने कल पार्टी इसलिए दी थी कि शूट ख़त्म हो गया है,

लड़की – वो अलग फिल्म थी ये अलग फिल्म है,

लड़का – तो इस फिल्म के हीरो, डिरेक्टर तुमसे फ्लर्ट तो नहीं करते,  

लड़की – इंडस्ट्री में सब लोग हमारे अफेयर्स के बारे में जानते हैं, ये जानने के बाद किसकी हिम्मत कि मेरे साथ मिसविहैव करे,

लड़का – लोगों में ये डर रहना ही चाहिए, क्योंकि तुम हो ही इतनी खुबसूरत कि कोई भी तुम पर फ़िदा हो जाये,

लड़की – कम से कम आज तो अपनी बीवी को हमारे बारे में बता दो,

लड़का – जानेमन क्यों याद दिला रही हो उसकी,

लड़की – तुम समझ नहीं रहे हो, हम कितने दिनों तक ऐसे मिलेंगे, तुम्हें अपनी बीवी को बताना ही होगा, में ऐसा नहीं कर सकती, ये बात छिपी नहीं रह सकती,

लड़का – तुम टेंशन मत लो यार......... और वैसे भी ये टाइम प्यार करने का है, सो हॉट बेबी,

लड़की – नहीं आज तो तुम्हें उसे बताना ही होगा, तुम शादी सुदा हो और हम प्यार करते हैं और ये गलत नहीं है, आज क्लियर कर दो तुम अपनी वाइफ को डिवोस कब दोगे,

लड़का – तुमसे कितनी बार कहा है कि हर बार ये टॉपिक मत छेड़ो, में उसे बता दूंगा,

लड़की – आई ऍम प्रेग्नेंट आज से 8 महीने बाद तुम बाप बनाने वाले हो,

लड़का – क्या ?????

लड़की – डॉक्टर ने कन्फर्म किया है,

लड़का – सिर्फ इतना ही ना, तो इसके लिए तुम इतना परेसान क्यों हो, कल ही चलकर ट्रीटमेंट करवा लेंगे ठीक है,

लड़की – थप्पड़ मरते हुए,

लड़का – लड़का भी थप्पड़ मार कर कहते हुए, क्या हो गया है तुझे हाँ, व्हाट्स रोंग विथ यू,

लड़की – तुमने मुझे समझ क्या रखा है,

लड़का – बताओ इसमें समझना क्या है, तुम अच्छी तरह जानती हो कि शादी सुदा हूँ फिर भी मेरे साथ सोई मेरे साथ सोने वाली हर औरत मेरी बीवी बन जाएगी क्या|


         एक्टिंग के लिए डाइलॉग, Dailogue for Acting Practice in Hindi


Monologue-65(एक लड़का एक मंत्री के बारे में लोगों को बताते हुए)- लड़का – ये हैं हमारे मंत्री जी इन्होंने ना जाने कितने गलत किये, कितने मर्डर किये और अब ये सबके सामने गुनाह कुबूल करेगा नहीं तो मरेगा... बोल,

मंत्री – क्या बोलू हाँ.... ओह यही कि तुम्हारी बात सच है, ओके ठीक है पर पहले तुम मेरे एक सवाल का जबाब दो, तुम्हारा मकसद क्या है क्या ओपोजिसन पार्टी ने तुम्हें भड़काया है, या फिर तुम्हें ड्रग लेने की आदत है| देखो तुम एक नौजवान हो तुम्हारे जैसे नौजवान इस देश का भविष्य हैं, कहीं ऐसा तो नहीं कि पाकिस्तान से तुम्हरा कोई लिंक है| कान खोल कर सुन लो मिस्टर मेरे देश में आतंकवादियों के लिए कोई जगह नहीं और अपने देश के लिए में मरने के लिए भी तैयार हूँ, मुझे मार दो ये मेरा सौभाग्य है कि में देश के लिए मर रहा हूँ| मेरा देश मुझे मेरे परिवार से भी प्यारा है, मुझे मार दो|

लड़का – हे बहुत हुआ बकवास बंद कर, कैमरा देखा नहीं तुम्हारा नाटक चालू, कितने नकाब पेहने हैं तुमने| सुबह से रात तक बस एक्टिंग और झूठ, दूसरों के तरक्की देखी नहीं जाती तुमसे, लोगों के पीठ में छुरा भोंकने वाले तुम हो, इतनी जायदाद है फिर भी लालच है, तुम्हारी हर बात में स्वार्थ है हर कदम पर धोखा है, बीवी बच्चों तक से मक्कारी करते हो, भरोसे और विश्वास की जगह ही नहीं है थू........ | फॉर द पीपल, ऑफ़ द पीपल, बाय द पीपल को बदल कर फॉर माय प्रॉपर्टी, फॉर माय प्लेजर, फॉर माय पोजीशन बना कर रख दिया है| तुम जैसे लोग कैंसर की बीमारी की तरह समाज में फैलते जा रहे हो, भूल जा.... ये नाटक छोड़ कर सीधा मुद्दे की बात पर आते हैं, में मरने के लिए तैयार हूँ, तुम्हें मरना है या जीना है ये तुम खुद फैसला कर लो, अब यहाँ कोई बोलेगा तो मेरी बन्दूक की गोली या तुम्हारी जुबान, अब जनता फैसला करेगी|

 

Ø Monologue- 66 – सर सुनामी से बचने के लिए rain cot पहनने का काम कोई बेवकूफ आदमी ही कर सकता है और आप मुझसे इस वक्त ऐसी ही बात कर रहे हैं| सर आप जरा common sence से सोचिये जब चोर भागता है तो पुलिस उसे पकडती है, लेकिन यहाँ मेरे साथ उल्टा हो रहा है, यहाँ चोर मेरे पीछे पड़ा है और मैंने पुलिस की मदद की है फिर भी मुझे ही भागना पड रहा है| और कितना time चाहिये सर 15 मिनट में ही मैंने उसे पकड़ कर दिखाया था और अगले ही दिन वो आपको चकमा देकर भाग निकला| सर आप और वो तुम दोनों ही एक जैसे हो, वो पैसों के लिए कुछ भी कर सकता है और आप अपनी salary के लिए अपनी post से चिपके पड़े हो|          

  

Monologue- 67  मैंने तुझे आदमी दिए, वैन दी फिर क्रेन दी और लाख-लाख रूपए दो बार दिए, तुझे नकली फैमिली तक बना कर दी, और जो पासपोर्ट के लिए लाखो खर्च किये वो सब अलग| इस राज को छुपाने के लिए उस आदमी को हर्जाना दिया तब जाकर इस बबाल से मेरी गर्दन छूटी, और तुझसे एयरपोर्ट जाकर एक फ्लाइट नहीं पकड़ी गई, थू है तेरी जिंदगी पे | मैं तुझपे एक करोड़ खर्च कर चुका हूँ, चल अब जा यहाँ से | filmi dialogue


एक्टिंग के लिए डाइलॉग, Dailogue for Acting Practice in Hindi


Monologue- 68  ये काम मीडिया का था मुझे करना पड़ा| आपको बस मंत्रियों की गाडियों के पीछे भागना आता है, पर देश में लाखों बच्चे भीख मानते हैं, उनका शोषण किया जाता है, अत्याचार होता है वो दिखाई नहीं देता| TRP रेटिंग बढाने के लिए आप SMS Contest चलाते हो, किसी हीरोइन को लड़का होगा या लड़कीफिल्म कितनी हिट है या फ्लॉप, उसका बिजनिश कितना किया जायेगा, पर मासूम बच्चों की क्या हालत हो रही है ये नाजार नहीं आता| मीडिया को पब्लिक के लिए काम करना चाहिए पब्लिसिटी के लिए नही| समाज में कई लोग अच्छा काम कर रहे हैं, किसी को हार्ट ऑपरेशन के लिए 5 लाख रुपयों की जरुरत थी तो कई लोगो ने मिलकर उनकी मदद की है उन लोगों के बारे में जनता को बताइए| देश को गुमराह करने के बजाय, सही लोगों के बारे में लिखिए| प्लीज | 
                            

Best Angry Dialogues of Bollywood Movies,angry dialogue in hindi
Best Angry Dialogues of Bollywood Movies


Monologue- 69 – अभी मेरे प्लान के हिसाब से काम ख़त्म होते ही मुझे यहाँ से चले जाना चाहिए था, मुंह बंद करके जा रहा था, लेकिन मेरी क्लास लेते वक्त आप अपने आप को बड़े विवेकानंद समझ रहे हैं, आग निकल रही है अब सहा नहीं जाता बस बहुत हो गया| थोडा सा ही बोलूँगा गुरूजी आपको भले ही बुरा लगे लेकिन आपके इस बेटे की ऐसी हालत की वजह आप नहीं हैं| आप जो महसूस कर रहे हैं वो अहंकार है पर में जो बोल रहा हूँ वो हकीकत है| मैंने ना समझों जैसा वर्ताब किया ऊपर से आपका फ़ायदा भी उठाया, आप से सहा नहीं गया तो आज आप सबको अपनी बेटी अपना बेटा कहते फिर रहे हैं|

                             Break                         जरा सोचो आपकी बेटी जो मुश्किलें झेल रही है वो कितनी दुखी है ये जानकर गुरु जी आप इनके परिवार से जुड़ जाइये ऐसा कहता तो आप जुड़ जाते क्या| वैसे भी एक बार इस बारे में बात की तो आपने मेरे हाथ काटे थे याद है ना कुछ बोलिए, सब शांत क्यों हो गए, ये साइलेंस सबको समझ में आ रहा है ना| असली प्रॉब्लम ये है कि लाइफ शांति से चले तो बोरिंग है, इसलिए अकड़, गुस्से के नाम से झगड़ते हैं और अलग हो जाते हैं, कोई मिलाने की कोशिश करे तो और भी ज्यादा झगड़ते हैं, पर अगर बीच में आकर किसी ने छेड दिया तब स्टार्ट होती है यूनिटी और यही इसका सबूत है, इतना सब प्लान किसने किया मैंने और अब देखो जब आप लोग मिल गए तो हम साथ साथ हैं और में हम आपके हैं कौन|              सुनो अपनी माँ और अपने नाना को मिलाना गलत नहीं है, लेकिन मुझे गुस्सा तब आया जब वो नाना कैसा है, तुम्हारी बात सुनेगा या नहीं ये जाने बगैर तुमने प्लान बनाया और जो भी मिलता गया उसके इमोशन से खेलती गई| फैमिली क्या सिर्फ तुम्हारी है हमारी नहीं गुस्सा तो आएगा ना, तब आखिर में मेरे पास दो आप्शन थे, पहला एक कोने में बैठ कर रोना या यहाँ आकर रुलाना, में रोने वालों में से नहीं हूँ क्या करूँ बहुत डिफेक्ट है और इसलिए में यहाँ आ गया| 


Monologue- 70 – (लड़की के थप्पड़ मरते हुए) – तुम पागल हो गई हो क्या... क्या कभी मैंने तुमसे कहा कि में तुमसे प्यार करता हूँ, शादी के लिए मेरी इजाजत नहीं चाहिए, हमारी शादी के लिए मेरी पसंद एहमियत नहीं रखती, उसके लिए दोनों के परिवार राजी होने चाहिए| तुम्हारे पापा मुझे इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि वो मुझे नहीं जानते, जिस दिन उन्हें मेरी असलियत पता चलेगी, तो वो इनकार कर देंगे| एक और बात में तुम्हारे दुश्मन का बेटा हूँ, में तो यहाँ तुम्हारे पापा को मनाने और दो परिवारों को एक करने के लिए आया था, तुमसे प्यार करने के लिए नहीं, हमारी शादी नहीं हो सकती.... भूल जाओ|


Monologue-71 – (C M का बेटा एक बुजुर्ग से कहते हुए) – अंकल जी मैं सी ऍम का बेटा हूँ नाम तो सुना ही होगा, मुझे आपकी जमीन चाहिए आपके बेटों से बात हो गई है, वो लोग रजिस्ट्रार ऑफिस में हैं अगर आप भी आ जाते तो....... क्या कहा वसीयत करदी, कर दी... न गलती| किस बेवकूफ ने वसीयत बनाई, कोई भी इन्सान आपका बेटा, आपका दामाद, आपका पोता या फिर मैं ही क्यों ना हूँ, वसीयत लिखे जाने के बाद आपको जिन्दा देखना चाहेगा क्या| वो तो बस यही दुआ करेगा कि हे ऊपर वाले इस बुड्ढ़े को उठाले, हर दिन आपके मरने की दुआ करेगा, अब बताइए आपके जीते जी हम सब अइयाशी कैसे करेंगे| आपने सिर्फ मेरा नाम ही सुना है मेरे बैकग्राउंड के बारे में कुछ नहीं जानते|


Monologue- 72 – (एक आदमी दुसरे से कहते हुए) – गर्लफ्रेंड किसी की जिंदगी होती है, आराम से जो जिंदगी गुजर रही थी...... सोच रहा होगा अचानक से उसमें तूफ़ान कहाँ से आ गया| जिसे हम अपनी जिंदगी समझते हैं, अगर उसे कोई दूसरा छीन ले तो कैसा लगता है पता चला ना, मैंने अपने बारे में पहले भी बताया था ना तूफान...... और अगर तूफान आये तो घर में रहना चाहिए बाहर क्यों आया तू, एक मिनट.... घर नहीं है ना कैसे रहेगा उसे मैंने उड़ा जो दिया, सॉरी यार|  

  

Audition Monologues.B वेबसाइट पर जाने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें|

Angry Monologues Script in Hindi for Auditions 2021-22


  

Post a Comment

0 Comments